अल्कलाइन पानी और केन्गन पानी India 2021
नमस्कार दोस्तों! पानी जब पहाडों और जंगलों से होकर गुजरता है तो कई सारी जड़ी बूटियों और तमाम तरह के पत्थरों और चट्टानों के बीच से भी होता हुआ बहता है जिससे उस पानी मे मिनिरल्स बढ़ जाते हैं। हमारी नदियां ज्यादातर हिमालय और अन्य पहाड़ों से होकर मैदानी इलाकों में आती हैं। जिस वजह से वहां से होकर आने वाला पानी प्राकतिक रूप से छारीय हो जाता है।
जंगलों में रहने वाले ऋषि मुनि एवं मनुष्य सामान्य से ज्यादा वर्षों तक जीवित रहते हैं एवं जंगलों में रहने वाले लोगों के शरीर ज्यादा स्वस्थ्य होते हैं। शुद्ध वातावरण और यह अल्कलाइन पानी(प्राकतिक पानी)भी एक विशेष कारण है। जो यह प्राकतिक पानी पीने वालों पर अच्छा प्रभाव डालता है। और उन्हें निरोगी बना देता है।
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इन नदियों का पानी हमारे मैदानी भाग तक पहुँचने पर इतना प्रदूषित हो जाता है कि उसकी छारीय छमता खत्म हो जाती है इसलिए हम शहरों में एल्कलाइन पानी बनाकर बेचते हैं या पीते है जिससे बड़ी से बड़ी बीमारी कैंसर एवं अन्य बीमारियों को हमारे शरीर मे जगह बनाने से रोक सके या कम कर सकें। यही वजह है बदलते समय के साथ और लोगों में जागरूकता बढ़ने के साथ इंसानो में अल्कलाइन पानी का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। हालांकि मार्किट में अल्कलाइन पानी बनाने के जो स्रोत मौजूद है उनकी कीमत एक आम आदमी की जेब से थोड़ी ज्यादा हैं। लेकिन अगर खुद को और अपने परिवार को स्वथ्य रखना है तो हम कोशिश जरूर कर सकते हैं इसे अपनाने की।
जंगलों में रहने वाले ऋषि मुनि एवं मनुष्य सामान्य से ज्यादा वर्षों तक जीवित रहते हैं एवं जंगलों में रहने वाले लोगों के शरीर ज्यादा स्वस्थ्य होते हैं। शुद्ध वातावरण और यह अल्कलाइन पानी(प्राकतिक पानी)भी एक विशेष कारण है। जो यह प्राकतिक पानी पीने वालों पर अच्छा प्रभाव डालता है। और उन्हें निरोगी बना देता है।
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वैज्ञानिकों के अनुसार यह आपके शरीर के बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है, स्किन पर झुर्रियां आने की गति कम करता है और भी बहुत सी बीमारियों से आप छुटकारा पा सकते हैं। यह आपके शरीर के पीएच स्तर को सन्तुलित करता है। कैंसर जैसे पुराने रोगों को भी रोक सकता है।
पीएच स्तर क्या है। pH का मतलब अंग्रेजी में पावर ऑफ हायड्रोजन होता है जिसे 0 से 14 संख्या के पैमाने में मापते है कि कितना अम्लीय या क्षारीय पदार्थ होता है उदाहरण के लिए, 1 का pH लेना अत्यंत अम्लीय होगा और 13 संंख्या का स्तर बहुत ही क्षारीय होता है । साधारण पानी का पीएच 7 होता है। क्षारीय पानी का स्तर रोज पीने के पानी की तुलना में एक उच्च पीएच स्तर है। इस वजह से क्षारीय पानी के कुछ समर्थकों का मानना है कि यह आपके शरीर में अम्ल को बेअसर करता है। क्षारीय पानी में आमतौर पर 8 या 9 पीएच होता है। लेकिन फिर भी पी एच पानी में काफी क्षारीयता देने के लिए पर्याप्त नहीं है। क्षारीय पानी में क्षारीय खनिज तथा ऋणात्मक ऑक्सीकरण क्षमता (ओआरपी) भी शामिल होने चाहिए। एक उच्च स्तर का छारीय पानी को हम केन्गन वाटर भी कहते हैं। एल्कलाइन वाटर प्यूरीफायर में ज्यादातर जो पानी फ़िल्टर होता है वह पहले रिवर्स ओसमोसिस(RO) से फिल्टर होता है उसके बाद अल्कलाइन फिल्टर से गुजरने के बाद प्राकतिक अथवा छारीय पानी मे बदल जाता है। जहाँ रिवर्स ऑस्मोसिस से गुजरने के बाद पानी मे मिनिरल्स और जरूरी तत्त्व कम हो जाते हैं वही अल्कलाइन फिल्टर से गुजरने पर उसमें मिनिरल्स बढ़ जाते हैं। इसलिए हम अल्कलाइन पानी पीयें तो वह हमारे शरीर के लिए ज्यादा अच्छा है।
Note:
यह जानकारी वेब रिसर्च एवं ऑफलाइन सोर्स पर आधारित है अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित है तो यह पानी अथवा वाटर प्यूरीफायर लेने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
पीएच स्तर क्या है। pH का मतलब अंग्रेजी में पावर ऑफ हायड्रोजन होता है जिसे 0 से 14 संख्या के पैमाने में मापते है कि कितना अम्लीय या क्षारीय पदार्थ होता है उदाहरण के लिए, 1 का pH लेना अत्यंत अम्लीय होगा और 13 संंख्या का स्तर बहुत ही क्षारीय होता है । साधारण पानी का पीएच 7 होता है। क्षारीय पानी का स्तर रोज पीने के पानी की तुलना में एक उच्च पीएच स्तर है। इस वजह से क्षारीय पानी के कुछ समर्थकों का मानना है कि यह आपके शरीर में अम्ल को बेअसर करता है। क्षारीय पानी में आमतौर पर 8 या 9 पीएच होता है। लेकिन फिर भी पी एच पानी में काफी क्षारीयता देने के लिए पर्याप्त नहीं है। क्षारीय पानी में क्षारीय खनिज तथा ऋणात्मक ऑक्सीकरण क्षमता (ओआरपी) भी शामिल होने चाहिए। एक उच्च स्तर का छारीय पानी को हम केन्गन वाटर भी कहते हैं। एल्कलाइन वाटर प्यूरीफायर में ज्यादातर जो पानी फ़िल्टर होता है वह पहले रिवर्स ओसमोसिस(RO) से फिल्टर होता है उसके बाद अल्कलाइन फिल्टर से गुजरने के बाद प्राकतिक अथवा छारीय पानी मे बदल जाता है। जहाँ रिवर्स ऑस्मोसिस से गुजरने के बाद पानी मे मिनिरल्स और जरूरी तत्त्व कम हो जाते हैं वही अल्कलाइन फिल्टर से गुजरने पर उसमें मिनिरल्स बढ़ जाते हैं। इसलिए हम अल्कलाइन पानी पीयें तो वह हमारे शरीर के लिए ज्यादा अच्छा है।
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Note:
यह जानकारी वेब रिसर्च एवं ऑफलाइन सोर्स पर आधारित है अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित है तो यह पानी अथवा वाटर प्यूरीफायर लेने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
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Disclaimer: यह जानकारी ऑफलाइन और ऑनलाइन सोर्स पर आधारित है हम किसी भी बीमारी के ठीक होने का दावा नहीं करते हैं अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप किसी भी वाटर प्यूरीफायर को इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें हम आपके अच्छे स्वाथ्य की कामना करते हैं
Image Source shutterstock.com
Disclaimer: यह जानकारी ऑफलाइन और ऑनलाइन सोर्स पर आधारित है हम किसी भी बीमारी के ठीक होने का दावा नहीं करते हैं अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो आप किसी भी वाटर प्यूरीफायर को इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें हम आपके अच्छे स्वाथ्य की कामना करते हैं
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